कालसर्प त्र्यंबकेश्वर में

त्र्यंबकेश्वर में पंडित दीपक गुरुजी

अधिक जानकारी के लिए हमें फोन करें: +91 99606 37883

अनुभव.

20+ साल का अनुभव.

सभी पूजा में विशेषज्ञ गुरुजी.

फोन पर मुफ्त परामर्श.

शास्त्रों के अनुसार पूजा करें।

अलग पूजा

मुहूर्त
कालसर्प त्र्यंबकेश्वर

कालसर्प योग का विचार करनेसे पहले राहू केतू का विचार करना आवश्यक है| राहू सर्प का मुख माना गया है| तो केतू को पुँछ मानी जाती है| इस दोग्रहोंकें कारण कालसर्प योग बनता है| जन्मकुंडली में यह दोनों ग्रहोंकें बीच शुभ ग्रह आ गये तो वह कालसर्प योग का चिन्ह होता है| हिरण्यकश्यपूकी पत्नि सिंहिकासे राहू का जन्म हुआ है| समुद्रमंथनसे प्राप्त हुआ अमृत प्राप्त करने के लिए राहू देव समुहमे जाकर बैठे| वह अमृत प्राशनकरनेहीवाला था तो चंद्र सूर्य ने मोहिनी को इशारा किया|मोहिनी रूप विष्णूने तत्काल राहू का शिरच्छेद किया| अत: उसके शरीरके पूर्व भाग को राहूऔर उत्तर भाग को केतू कहने लगे| तभी नवग्रह में उन्हे स्थान प्राप्त हुआ|

राहू के वजहसे ही कालसर्प योग बन सकता है|वैदिक कर्मकांड में राहू को आदि देवता काल माना गया है, और प्रत्याधिदेवता सर्प को माना गया है|इसलिए राहू दूषित होनेसे कालसर्प योग बनता है| राहू यदी शुभास्थिती में हो तो भाग्यदायक और पराक्रमी होता है| उनका प्रभुत्व मंत्र तंत्र अघोरीविद्याओके साथ होता है| यदी राहू दुषित हो तो स्मृतिनाश, अपकिर्ती पिशाच्चबाधा संतति को कष्ट अपाय करता है|अनेक कार्योंमे विलंब अथवासफलता मिल सकती है| हर कार्य आसान होने के लिए वैदिक कालसर्प योग शांति विधान करना चाहिए|

महत्वपुर्ण सुचना :
  • कालसर्प शांती पूजा १ दिनं की है |
  • विधी के लिए लगनेवाली सामग्री – पुरुषों के लिए – १ धोती, १ बनि यान, १ अंडरवेअर, १गमछा, १ नॅपकीन स्त्रियोंके लिए – १ साडी, १ ब्लाऊज, १ पेटीकोट, १ नॅपकीन इत्यादी
  • कृपया मुहर्त के एक दिन पहले सभी लोग श्याम ६ बजे तक पहुच जाये|

त्र्यंबकेश्वर में आपकी पूजा बुक पंडित दीपक गुरुजी के लिए।

पंडित दीपक गुरुजी से तुरंत अपनी अलग पूजा या सामूहिक पूजा बुक करें: +91 99606 37883

le

पंडित दीपक गुरुजी त्र्यंबकेश्वर

त्र्यंबकेश्वर में पंडित दीपक गुरुजी। अधिक जानकारी के लिए हमें फोन करें: +91 99606 37883